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Sarjun kumar
Ambikapur , Chhattisgarh , India
नमस्कार दोस्तों! मेरा नाम सर्जुन कुमार है, मैं एक ब्लॉगर, कंटेंट क्रिएटर और शोध-आधारित लेखक हूँ, जो वित्तीय जगत, शेयर बाजार, और आर्थिक नीतियों से जुड़ी जानकारी को सारगर्भित, पारदर्शी और जनहितकारी रूप में प्रस्तुत करता हूँ। मैंने इन्वेस्टमेंट बैंकिंग क्षेत्र में व्यावसायिक अनुभव प्राप्त किया है और उसके साथ ही लेखन के ज़रिए ब्लॉगिंग की दुनिया में सक्रिय हूं। मेरा उद्देश्य है कि आम नागरिकों को सरल, सटीक और भरोसेमंद जानकारी दी जाए, जिससे वे अपने निवेश और वित्तीय निर्णयों को आत्मविश्वास के साथ ले सकें।
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बजाज फाइनेंस:Q4 परिणाम में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद, बोर्ड बैठक में लाभांश और स्टॉक विभाजन पर फोकस

बजाज फाइनेंस Q 4 परिणाम: मजबूत वृद्धि की उम्मीद, लाभांश, स्टॉक विभाजन और बोनस शेयर पर सबकी निगाहें
सारांश
बजाज फाइनेंस वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा 29 अप्रैल, 2025 को करने जा रहा है। इस घोषणा का निवेशकों और बाजार विश्लेषकों को बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि कंपनी ने पूरे वर्ष मजबूत प्रदर्शन किया है और चौथी तिमाही से भी काफी उम्मीदें हैं। बाजार के जानकारों का मानना है कि बजाज फाइनेंस इस तिमाही में दमदार वित्तीय नतीजे पेश करेगा, जिसमें शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर अच्छी वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसके अतिरिक्त, इस बार निवेशकों की नजर कंपनी के बोर्ड के महत्वपूर्ण फैसलों पर भी टिकी रहेगी, जिसमें संभावित लाभांश, स्टॉक विभाजन और बोनस शेयर जारी करने जैसे प्रस्ताव शामिल हैं।

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1. मजबूत वित्तीय प्रदर्शन की उम्मीद:

विश्लेषकों का अनुमान है कि बजाज फाइनेंस मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दर्ज करेगा। शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर लगभग 11% से 18% की वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, जो ₹4,270 करोड़ से लेकर ₹4,518 करोड़ के बीच हो सकता है। यह मजबूत वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के ऋण पोर्टफोलियो में हुई स्वस्थ बढ़ोत्तरी और शुद्ध ब्याज आय (NII) में अपेक्षित वृद्धि से प्रेरित है। विभिन्न ब्रोकरेज फर्मों के अनुमान इस सकारात्मक दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं।

2. शुद्ध ब्याज आय (NII) में उल्लेखनीय वृद्धि:

बजाज फाइनेंस की शुद्ध ब्याज आय (NII) में चौथी तिमाही के दौरान साल-दर-साल 23% से 24% की उल्लेखनीय वृद्धि का अनुमान है। एक्सिस सिक्योरिटीज के अनुसार, NII ₹9,814 करोड़ तक पहुंच सकता है, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹8,013 करोड़ था। यह वृद्धि कंपनी के विस्तारित ऋण पुस्तिका द्वारा समर्थित है, जिसमें उपभोक्ता ऋण, एसएमई ऋण और ग्रामीण ऋण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है।

3. प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियाँ (AUM) में स्वस्थ वृद्धि:

जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के दौरान बजाज फाइनेंस ने प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (AUM) में सालाना 26% से 32% की स्वस्थ वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि असुरक्षित ऋण, दोपहिया वाहन वित्त और व्यक्तिगत ऋण जैसे क्षेत्रों में मजबूत मांग को दर्शाती है। मोतीलाल ओसवाल ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि सुरक्षित और असुरक्षित दोनों क्षेत्रों में कंपनी की विविध उपस्थिति इसे व्यापक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद निरंतर विकास के लिए अच्छी स्थिति में रखती है।

4. मार्जिन पर संभावित दबाव:

बढ़ती हुई फंडिंग लागत और बाजार में प्रतिस्पर्धा के दबाव के चलते कंपनी के मार्जिन पर थोड़ा नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) के अनुसार, इस तिमाही में बजाज फाइनेंस का मार्जिन क्रमिक रूप से 5 आधार अंक गिरकर 9.65% रहने का अनुमान है। हालांकि, कोटक इक्विटीज का मानना है कि उपभोक्ता वित्त और वाणिज्यिक ऋण व्यवसायों में मजबूत मूल्य निर्धारण शक्ति के कारण मार्जिन स्वस्थ बना रहना चाहिए। इसके अतिरिक्त, ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद है कि ऋण लागत नियंत्रण में रहेगी और इसमें मामूली कमी आ सकती है।

5. ग्राहक अधिग्रहण और क्रॉस-सेलिंग:

तिमाही के दौरान बजाज फाइनेंस का ग्राहक अधिग्रहण मजबूत रहा है, जिससे नई ऋण बुकिंग में सहायता मिली है और शुल्क आय में वृद्धि हुई है। कोटक और मोतीलाल ओसवाल दोनों ने इस बात पर जोर दिया है कि डिजिटल पहलों और मजबूत भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र के विकास से भविष्य में क्रॉस-सेलिंग के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद लाभप्रदता बनाए रखने में मदद मिलेगी। कंपनी का अपने ग्राहक आधार का विस्तार करने और क्रॉस-सेल अवसरों का लाभ उठाने पर निरंतर ध्यान केंद्रित है।

6. स्थिर परिसंपत्ति गुणवत्ता:

सभी उत्पाद श्रेणियों में मजबूत संग्रह दक्षता के समर्थन से, बजाज फाइनेंस की परिसंपत्ति गुणवत्ता मोटे तौर पर स्थिर रहने की उम्मीद है। विश्लेषकों का अनुमान है कि सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात स्थिर रहेगा या क्रमिक रूप से मामूली सुधार दिखाएगा, और ऋण लागत भी कंपनी द्वारा निर्देशित सीमा के भीतर रहने की संभावना है।

7. लाभांश की संभावना:

बजाज फाइनेंस के बोर्ड की 29 अप्रैल को होने वाली बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एक विशेष (अंतरिम) लाभांश पर विचार किया जाएगा और उसे मंजूरी दी जा सकती है। निवेशकों को इस घोषणा का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि यह कंपनी की वित्तीय सेहत और शेयर धारकों के प्रति प्रतिबद्धता का संकेत देता है।

8. स्टॉक विभाजन पर विचार:

निदेशक मंडल ₹2 के अंकित मूल्य वाले मौजूदा इक्विटी शेयरों के उप-विभाजन या विभाजन के प्रस्ताव पर भी विचार करेगा। स्टॉक विभाजन का उद्देश्य आमतौर पर शेयर की तरलता को बढ़ाना और छोटे निवेशकों के लिए इसे अधिक सुलभ बनाना होता है।

9. बोनस शेयर जारी करने की संभावना:

कंपनी का निदेशक मंडल बोनस शेयर जारी करने के प्रस्ताव पर भी विचार कर सकता है। बोनस शेयर मौजूदा शेयर धारकों को मुफ्त में अतिरिक्त शेयर जारी किए जाते हैं, जो कंपनी के संचित लाभ को पूंजीकृत करने का एक तरीका है।

10. तकनीकी दृष्टिकोण और शेयर प्रदर्शन:

तकनीकी चार्ट पर नजर डालें तो बजाज फाइनेंस का शेयर अपने 21-दिवसीय और 50-दिवसीय एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) के ऊपर एक ऊपर की ओर बढ़ते चैनल में कारोबार कर रहा है। हालांकि, ₹9,660 के स्तर पर स्टॉक को मजबूत प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। तत्काल सपोर्ट लेवल ₹8,990 पर बना हुआ है। निवेशकों को ₹8,990 से ₹9,660 की सीमा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

बजाज फाइनेंस के शेयर की कीमत में इस साल अब तक 21% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले एक साल में यह शेयर 30% चढ़ा है और पांच साल में इसने 113% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। हालांकि, कल आने वाले चौथी तिमाही के नतीजों से पहले सोमवार को शेयर में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। MOFSL ने शेयर पर 'न्यूट्रल' रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य ₹9,000 प्रति शेयर रखा है। तकनीकी विश्लेषकों का मानना है कि वर्तमान सुधार तेजी के ढांचे के अंतर्गत बना हुआ है, और दीर्घकालिक लक्ष्य ₹12,000 तक जा सकता है।

निष्कर्ष:

बजाज फाइनेंस के चौथी तिमाही के नतीजे मजबूत रहने की उम्मीद है, जिसमें शुद्ध लाभ और शुद्ध ब्याज आय में अच्छी वृद्धि का अनुमान है। कंपनी का मजबूत ऋण वृद्धि, स्थिर परिसंपत्ति गुणवत्ता और ग्राहक अधिग्रहण पर ध्यान केंद्रित करना सकारात्मक संकेत हैं। इसके अतिरिक्त, संभावित लाभांश, स्टॉक विभाजन और बोनस शेयर जारी करने के प्रस्तावों पर निवेशकों की गहरी नजर रहेगी। हालांकि, निवेशकों को बाजार की स्थितियों और कंपनी के प्रबंधन की टिप्पणियों पर भी ध्यान देना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय से पहले वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

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